Sawan 2024:
दोस्तों शिव और पार्वती को आदर्श पति-पत्नी के रूप में देखा जाता है और उनके रिश्ते को बहुत पवित्र माना जाता है इसी कारण पति-पत्नी को एक साथ शिव और पार्वती की तरह रहना चाहिए तभी उनका साथ सात जन्मों तक बना रहता है पांचवीं बात यह है कि स्त्रियों को अपने श्रृंगार की चीजें कभी दूसरी महिलाओं को नहीं देनी चाहिए जो स्त्री अपने श्रृंगार की चीजें दूसरों को देती है उसका और उसके पति का रिश्ता कमजोर पड़ने लगता है श्रावण के महीने में नया श्रृंगार का सामान खरीदकर दें लेकिन अपना खुद का श्रृंगार का सामान दूसरी महिला को नहीं देना चाहिए छठी बात है
कि तामसिक आहार का सेवन नहीं करना चाहिए श्रावण के महीने में पति और पत्नी को मांस मछली अंडा आदि मांसाहारी चीजें नहीं खानी चाहिए इसके साथ ही श्रावण के महीने में सोमवार के दिन लहसुन-प्याज भी नहीं खाना चाहिए इससे व्रत खंडित हो जाता है इस महीने मांस खाने वाले व्यक्ति पर शिवजी कभी प्रसन्न नहीं होते बल्कि वह व्यक्ति शिवजी के दंड का पात्र बन जाता है सातवीं बात है कि श्रावण के महीने में व्रत कर रहे पति-पत्नी को एक ही बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए उन्हें पलंग या बेड पर भी नहीं सोना चाहिए बल्कि जमीन पर सोना चाहिए इससे महादेव बहुत प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं
आठवीं बात है कि श्रावण में किसी भी पुरुष को भूल से भी मांस मदिरा आदि पाप की वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए ये सभी नशीली चीजें हैं और इनसे शरीर में विकार उत्पन्न होते हैं नौवीं बात है कि पति-पत्नी को इस महीने में वृक्ष नहीं काटने चाहिए श्रावण मास के सोमवार के दिन वृक्षों को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए हालांकि पत्ते तोड़े जा सकते हैं विशेषकर बेल के वृक्ष के पत्ते लेकिन उसकी टहनी नहीं तोड़नी चाहिए इससे शिवजी का अपमान होता है दसवीं बात यह है कि घर को अस्वच्छ न रखें सावन में माता पार्वती और भगवान शिव आपके घर में पधारते हैं इसलिए घर को गंदा न रखें नियमित रूप से सफाई बनाए रखें
ताकि शिव और पार्वती प्रसन्न होकर आपके घर में प्रवेश करें सावन के महीने में कभी झूठ नहीं बोलना चाहिए और न ही किसी का अपमान करना चाहिए शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति सावन के महीने में स्त्रियों का अपमान करता है या उन पर अत्याचार करता है उसे शिवजी के क्रोध का सामना करना पड़ता है
साथ ही सावन मास के दौरान वाद-विवाद और लड़ाई-झगड़े भी नहीं करने चाहिए अन्यथा आप शिवजी की कृपा से वंचित रह जाएंगे सावन के महीने में कुछ स्त्रियों को सोमवार का व्रत नहीं रखना चाहिए पहली हैं गर्भवती महिलाएं शास्त्रों के अनुसार गर्भवती महिलाओं को श्रावण सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए क्योंकि व्रत के कठोर नियमों का पालन करने से गर्भ में बच्चे को परेशानी हो सकती है
गर्भवती महिलाएं व्रत में उपवास नहीं कर पातीं जिससे व्रत का खंडन होता है इसलिए उन्हें यह व्रत नहीं करना चाहिए दूसरी हैं चरित्रहीन व्यक्ति यदि किसी स्त्री का पति के अलावा किसी अन्य पुरुष से संबंध है या किसी पुरुष का किसी अन्य स्त्री से संबंध है तो उन्हें श्रावण सोमवार का व्रत नहीं करना चाहिए ऐसे लोगों के द्वारा रखे गए व्रत को महादेव कभी स्वीकार नहीं करते हैं तीसरी बात यह है कि अगर किसी स्त्री और पुरुष का विवाह शास्त्रों के नियमों के अनुसार नहीं हुआ हो तो ऐसे लोग श्रावण सोमवार का व्रत पति-पत्नी के रूप में नहीं कर सकते इन्हें एक साथ शिवजी का अभिषेक भी नहीं करना चाहिए इससे देवी पार्वती क्रोधित हो जाती हैं ध्यान रखें श्रावण का व्रत करने वाले व्यक्ति को कभी कपट नहीं करना चाहिए दूसरों के साथ बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए और दूसरों का अहित नहीं करना चाहिए अन्यथा व्रत सफल नहीं होता
तो दोस्तों ये थीं वे तीन श्रेणियां जिनके लिए सावन सोमवार का व्रत धारण करने की मनाही की गई है नमस्कार दोस्तों हर हर महादेव ओम नमः शिवाय दोस्तों आपका स्वागत है आपके अपने चैनल जीत साधना पर दोस्तों श्रावण महीने के नियमों के अनुसार इन तीन स्त्रियों को श्रावण सोमवार का व्रत कभी नहीं रखना चाहिए इसके उन्हें अशुभ परिणाम ही प्राप्त होते हैं दोस्तों श्रावण का महीना भगवान शिव और माता पार्वती को सबसे अधिक प्रिय है
इसी महीने में माता पार्वती ने तपस्या करके भगवान शिव को प्रसन्न किया था शास्त्रों में इसे प्रेम और सौभाग्य का महीना माना जाता है इस महीने में भक्ति भाव से शिव पार्वती का पूजन करना चाहिए सांख्य शिव भक्त नाना प्रकार से शिव जी का पूजन करते हैं [Sawan 2024]
विविध प्राणियों के लिए देवताओं के लिए शिव पूजन की विधि अलग-अलग होती है और उनका शिवलिंग भी अलग-अलग पदा से बना होता है मनुष्य के लिए धातु का मिट्टी का और पत्थर का शिवलिंग श्रेष्ठ माना गया है इसीलिए इस महीने में निश्चित ही शिवलिंग की पूजा करने आए शिवलिंग माता पार्वती और भगवान शिव का प्रतीक रूप है उनका निराकार रूप माना जाता है अगर भक्त सच्चे हृदय से शिवजी पर जल चढ़ा आता है तो शिव पार्वती उस पर प्रसन्न होते हैं
भगवान शिव भोलेनाथ है भक्त चाहे कैसा भी हो उसकी पूजन विधि कैसी भी हो शिवजी केवल उसके मन का भाव देखते हैं अगर भक्त सच्ची श्रद्धा से जल की दो बूंद भी शिवजी पर चढ़ा देता है तो शिव जी उस पर प्रसन्न हो जाते हैं दोस्तों जिन लोगों का इस संसार में कोई नहीं होता है उनके लिए शिव पार्वती ही माता और पिता होते अनाथो के नाथ भगवान भोलेनाथ सभी प्राणियों पर दया करते हैं इसीलिए दोस्तों श्रावण के इस पवित्र महीने में आप शिव जीी को प्रसन्न करने का प्रण जरूर करें लेकिन प्रत्येक शिव भक्त को शिव पुराण में बताए गए इन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए श्रावण के मान से संबंधित कुछ बहुत ही महत्त्वपूर्ण नियम है
इन नियमों को ध्यान में रखना भी आवश्यक है खासकर विवाहित स्त्री पुरुष को इन नियमों का पालन करना चाहिए ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए जिससे शिव पार्वती रूठ जाए भगवान शिव ने माता पार्वती को ऐसे कार्यों के बारे में बताया है जिन्हें करने वाले व्यक्ति पर शिव जी कभी कृपा नहीं करते हैं इसीलिए आप भी ध्यान रखें कि आपके द्वारा गलती से भी यह कार्य ना हो श्रावण के महीने में पति-पत्नी को एक साथ शिवजी की पूजा जरूर करनी चाहिए श्रावण सोमवार को यदि पति-पत्नी सुबह जल्दी जागकर स्नान करके शिवलिंग का पूजन करके जल चढ़ाते हैं और अभिषेक करते हैं तो उन्हें सौभाग्य की प्राप्ति होती है उनका रिश्ता और भी मजबूत होता है
और सुख शांति बनी रहती है इस वर्ष पहले सोमवार का व्रत बा 2 जुलाई को दूसरे सोमवार का व्रत 29 जुलाई को तीसरे सोमवार का व्रत 5 अगस्त को चौथे सोमवार का व्रत 12 अगस्त को पांचवा सोमवार 19 अगस्त को रखा जाएगा दोस्तों ऐसे में इस बार सावन पूरे एक महीने तक रहने वाला है तो चलिए जान लेते हैं श्रावण में पति-पत्नी को कौन से कार्य नहीं करने चाहिए दोस्तों सबसे पहली बात है
कि श्रावण सोमवार को स्त्रियों को अपने बाल नहीं धोने चाहिए इस दिन बाल धोना अशुभ माना जाता है इससे जीवन में दुर्भाग्य आता है इस दिन महिलाओं को अपने माथे पर सिंदूर लगाना चाहिए क्योंकि सिंदूर लगाने से ही गंगा स्नान का फल प्राप्त होता है स्त्रियों को विशेष ध्यान रखना चाहिए कि शिव पूजा में बिना सिंदूर लगाए नहीं बैठें इससे माता पार्वती रुष्ट हो जाती हैं सिंदूर सुहाग की निशानी है और जो विवाहित स्त्री बिना सिंदूर लगाए शिवजी की पूजा करती है
उसके पति पर संकट आ सकता है दूसरी बात श्रावण सोमवार को महिलाओं को काले रंग के कपड़े कभी नहीं पहनने चाहिए और सफेद रंग के कपड़े पहनना भी अशुभ माना जाता है काले रंग के वस्त्र नकारात्मकता के प्रतीक हैं और इनसे पूजा करने पर विपरीत फल प्राप्त होता है विवाहित स्त्रियों को सफेद रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए शिव-पार्वती की पूजा के समय लाल हरे पीले अथवा गुलाबी रंग के वस्त्र पहनने चाहिए माता पार्वती ने शिवजी के साथ विवाह के समय हरे रंग के वस्त्र धारण किए थे इसलिए हरे रंग की साड़ी पहनना शुभ रहेगा और इससे पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन में सुख-शांति आती है तीसरी बात श्रावण के महीने में सोमवार के दिन स्त्री और पुरुष को रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए
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अर्थात इस दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए शारीरिक संबंध बनाने से शरीर अशुद्ध हो जाता है और ऐसी अशुद्ध अवस्था में शिव-पार्वती की पूजा करने से उनका अपमान होता है इसलिए इस दिन तन को पवित्र रखकर ही शिवजी की पूजा करें शिव पुराण में कहा गया है कि श्रावण सोमवार के व्रत में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए जिससे शिव पूजन का फल निश्चित ही प्राप्त होता है चौथी बात श्रावण का महीना प्रेम का महीना माना जाता है
और इस महीने पति-पत्नी को किसी भी प्रकार का वाद-विवाद या लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए खासकर सोमवार के दिन भूल से भी एक-दूसरे का अपमान नहीं करना चाहिए